Best Yoga Poses for Bigger Bodies : मोटे लोग भी इन योग आसन को कर सकेंगे
आज के समय हर कोई मोटापे का शिकार है । मोटापे के करण योग करना मुश्किल होता है । मोटे लोगों द्वारा हर प्रकार की योग पोज़ नही हो पाती है क्योंकि उनका शरीर लचीला नही होता है । नियमित रुप से योग करने से मोटापे की समस्या से राहत मिल जाती है । आज के इस आर्टिकल में हम Best Yoga Poses for Bigger Bodies के बारे में बात करेंगे । यदि आप भी मोटापे का शिकार है और योग करना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर करे ।
Best Yoga Poses for Bigger Bodies :
1. तख्त मुद्रा
तख्त मुद्रा को अंग्रेजी में Plank Pose के नाम से जाना जाता है । इसे फलकासन के नाम से भी जाना जाता है । पेट पर जमे हुए फैट को कम करने में यह योगासन बेहद मदद प्रदान करता है । यह लेटकर किया जाने वाला योगासन है जो मोटापे का शिकार व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है । इस योगासन से चर्बी को कम करके सिक्स पैक बनाये जा सकते है ।
तख्त मुद्रा कैसे करे :
Step 1 : सर्वप्रथम योग चटाई पर उतनासन की स्थिति में लेट जाएं ।
Step 2 : अब अपने दाएं पैर को जितना हो सके उतना पीछे की तरफ ले जाये । इसी प्रकार बाए पैर को पीछे की तरफ ले जाए ।
Step 3 : अब हाथों की अंगुलियों को फैलाकर दोनों हथेलियों पर शरीर को उठाकर रखे ।
Step 4 : अब शरीर को बिल्कुल सीधा करने की सीधा करे । इस दौरान शरीर का पूरा भार हथेलियों पर होगा ।
Step 5 : फलकासन करते समय एड़ियों को पीछे की तरफ दबाए और हाथ व घुटनो को मुड़ने न दे ।
Step 6 : इस स्थिति में 40-60 सेकंड तक रुके । अब विपरीत प्रक्रिया अपनाते हुए सामान्य स्थिति में आ जाये । इस प्रकार आप फलकासन कर सकते है ।
तख्त मुद्रा के लाभ :
तख्त मुद्रा शरीर के स्पाइन को बेहतर बनाता है । फलकासन से मसल्स को लचीला और मजबूत बनाया जाता है । तख्त मुद्रा एकाग्रता बढ़ती है । यह योगासन मोटापे को कम करने और एब्स को आकार देने में सहायता प्रदान करता है । यह योगासन शरीर स्टेमिना को बढ़ाता है ।
2. वृषभासन :
वृषभासन का शाब्दिक अर्थ है बैल के समान मुद्रा । इस योग आसन में बैल के समान मुद्रा की जाती है । इस योग आसन को नियमित करने से बैल के समान कंधों में मजबूती आती है । वृषभासन से शारीरिक शक्ति बढ़ती है और शारीरिक विकास होता है ।
वृषभासन कैसे करे :
Step 1 : सर्वप्रथम योग चटाई पर वज्रासन स्थिति में बैठे ( घुटनों के बल बैठ जाएँ )
Step 2 : अब आप जिस जाँघ के बल बैठते हैं उस पैर की एड़ी सीवनी-स्थान पर स्पर्श करें ।
Step 3 : अब अपने दोनों हाथों को सामने की तरफ इस प्रकार रखें जैसे बैल अपने सामने के पैरों को रखता है
Step 4 : अब अपने दोनों हाथों को सामने की तरह इस तरह रखे जैसे बैल के आगे के पैर होते है ।
Step 5 : अब इस स्थिति में 5 मिनट तक बने रहे । इस दौरान श्वास की गति सामान्य रखे ।
Step 6 : अब अगली बार दूसरे पैर से वृषभासन करे । इस प्रकार आप वृषभासन कर सकते है ।
वृषभासन के लाभ :
वृषभासन मोटापे का शिकार हो चुके व्यक्तियों के लिए बेहद फायदेमंद है । इस योग आसन से शारीरिक शक्ति व मांसपेशियों में मजबूती आती है । यह योग आसन हाथो, पैरो, जांघो, घुटनो व पीठ दर्द को कम करता है । इस योग आसन से कंधों में मजबूती आती है ।
3. भुजंगासन
भुजंगासन में शरीर की आकृति फन किये हुए साँप ( भुजंग ) के समान होती है । इस योग आसन को सर्पासन के नाम से भी जाना जाता है । भुजंगासन को मोटे व्यक्ति भी आसानी से कर सकते है । इस योगासन को नियमित तौर पर करने से मोटापे से राहत मिलती है । यह योगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है ।
भुजंगासन कैसे करे :
Step 1 : सर्वप्रथम चटाई पर चेहरा नीचे करके उल्टा लेट जाएं ।
Step 2 : अब अपनी हथेलियों को कंधों के पास रखे और हथेलियों के बल ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं ।
Step 3 : अब अपने कूल्हों को आराम देते हुए अपने पैरों को एक साथ लाये ।
Step 4 : अब पीठ की मदद से ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं और बाहों द्वारा शरीर को सहारा दे ।
Step 5 : भुजंगासन करते वक्त जितना हो सके अपनी भुजाओं को सीधा रखने का प्रयास करें ।
Step 6 : भुजंगासन करते वक्त सांस ले और 5-10 गिनती तक अपनी स्थिति में बने रहे । इस प्रक्रिया को 5 बार दोहराए ।
भुजंगासन के लाभ :
भुजंगासन मोटापे को कम करने में मदद प्रदान करता है । इस योगासन को मोटे व्यक्ति आसानी से कर सकते है । इस योगासन से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है । भुजंगासन लिवर और किडनी के कार्यो में सुधार करता है । भुजंगासन तनाव व थकान को दूर करके दिमाग को शांत रखता है । भुजंगासन मांसपेशियों को फैलाने में सहायता करता है ।
4. वृक्षासन
वृक्षासन योग में पेड़ के समान मुद्रा की जाती है । वृक्षासन पैरों की मजबूती के लिए फायदेमंद है । वृक्षासन से कटिस्नायुशूल में राहत मिलती है । वृक्षासन द्वारा शरीरिक मजबूती बढ़ती है तथा इस योगासन को नियमित तौर पर करने से खड़े रहने की क्षमता बढ़ती है ।
वृक्षासन कैसे करें
Step 1 : वृक्षासन करने के लिए सबसे पहले योग चटाई पर ताड़ासन की स्थिति में खड़े हो जाये ।
Step 2 : अब अपने दायें घुटनें को मोड़ें और दायें पैर के पंजे को बाई जाँघ पर जितना ऊपर हो सके उतना टिकाएं |
Step 3 : इस दौरान एडी उपर की तरफ हो और पंजे ज़मीन की तरफ हों । अब आपको बाएँ पैर पर सारे शरीर का वज़न संतुलित करते हुए सीधे खड़े रहना होगा |
Step 4 : जब इस स्थिति में संतुलन ठीक से बन गया हो, तब बाज़ुओं को ऊपर उठायें और सिर के सीधा उपर दोनो हथेलियों को नमस्कार मुद्रा में जोड़ लेना होगा ।
Step 5 : इस स्थिति में शुरुआत में संतुलन बनाना मुश्किल होगा लेकिन अभ्यास के साथ आसान हो जाएगा ।
Step 6 : इस स्थिति में 30-60 सेकेंड तक रहे और इस दौरान सामान्य रूप से सांस ले ।
Step 7 : अब विपरीत प्रक्रिया को अपनाते हुए सामान्य स्थिति में आ जाये । इस प्रकार आप वृक्षासन कर सकेंगे ।
वृक्षासन के लाभ :
वृक्षासन शरीर के संतुलन और स्थिरता में गुणात्मक सुधार करता है । वृक्षासन पैरों और कूल्हों को मजबूती प्रदान करता है । वृक्षासन से आत्मविश्वास और धैर्य के स्तर को बढ़ावा देता है । वृक्षासन से रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य स्तर में सुधार होता है । यह आपके खड़े रहने की क्षमता में बढ़ोतरी करता है ।
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