योग द्वारा बॉडी बिल्डिंग बेहद आसानी से की जा सकती है । योग बॉडी बिल्डिंग के लिए महत्वपूर्ण उपाय है । जहां एक ओर बॉडी बिल्डिंग मांसपेशियों को मजबूत और आकार देने में मदद करती है, वहीं दूसरी ओर योग शारीरिक और मानसिक संतुलन को बनाए रखता है । बहुत से बॉडी बिल्डर योग को अपने व्यायाम कार्यक्रम में शामिल करते हैं ताकि वे मांसपेशियों की फ्लेक्सिबिलिटी ( लचीलापन ) बढ़ा सकें और मानसिक शांति प्राप्त कर सकें । इस लेख में, हम तीन ऐसे योग आसनों के बारे में बात करेंगे जो विशेष रूप से बॉडी बिल्डरों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
![](https://yoghealthbeauty.com/wp-content/uploads/2024/06/20240622_201634-1024x576.jpg)
Best Yoga Asanas For Body Builders
ताड़ासन :
ताड़ासन को माउंटेन पोज़ के नाम से भी जाना जाता है । यह बॉडी बिल्डिंग के लिए एक बुनियादी योग आसन है जो शरीर को स्थिरता और संतुलन प्रदान करता है । यह योगासन शरीर की रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और शरीर की समग्र शक्ति में वृद्धि करता है ।
ताड़ासन कैसे करें :
- सर्वप्रथम योग चटाई पर सीधे खड़े हो जाएं और अपने पैरों को एक साथ रखें ।
- उसके बाद अपने हाथों को शरीर के किनारे रखें ।
- अब गहरी सांस लें और अपने हाथों को ऊपर उठाएं ।
- उसके बाद एड़ियों को उठाते हुए अपने पैरों की उंगलियों पर खड़े हों ।
- अब शरीर को ऊपर की ओर खींचें और संतुलन बनाए रखें ।
- अब इस स्थिति में 10-15 सेकंड तक रहें और फिर धीरे-धीरे वापस आएं ।
ताड़ासन के लाभ :
- यह योगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है ।
- यह योगासन शरीर के समग्र संतुलन और स्थिरता को बढ़ाता है ।
- यह योगासन पैरों और एड़ियों की मांसपेशियों को मजबूत करता है ।
- यह योगासन मांसपेशियों की फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार करता है ।
- यह योगासन शरीर की समग्र शक्ति में वृद्धि करता है ।
- यह योगासन श्वास और मानसिक एकाग्रता को बढ़ावा देता है ।
- यह योगासन शारीरिक मुद्रा में सुधार करता है।
- यह योगासन तनाव और चिंता को कम करता है।
वीरभद्रासन (Warrior Pose)
वीरभद्रासन को वॉरियर पोज़ के नाम से जाना जाता है । यह योगासन शक्ति, धैर्य और साहस का प्रतीक है । यह योगासन शरीर की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है और सहनशक्ति को बढ़ाता है । बॉडी बिल्डरों के लिए यह योगासन अत्यंत लाभकारी है ।
वीरभद्रासन कैसे करे :
- वीरभद्रासन करने के लिए सर्वप्रथम योग चटाई पर सीधे खड़े हो जाएं और अपने पैरों को लगभग 3-4 फीट की दूरी पर रखें ।
- अब अपने दाएं पैर को 90 डिग्री पर मोड़ें और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर घुमाएं ।
- अब अपने दोनों हाथों को कंधे की ऊंचाई पर उठाएं और उन्हें सीधा रखें ।
- अबअपने दाएं घुटने को मोड़ें ताकि वह आपके दाएं टखने के ऊपर आ जाए ।
- इसके बाद सिर को दाएं ओर मोड़ें और अपनी दृष्टि को दाएं हाथ की उंगलियों की ओर केंद्रित करें ।
- अब इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक रहें और फिर धीरे-धीरे विपरीत प्रक्रिया अपनाते हुए सामान्य स्थिति में आ जाए । इसी प्रकार दूसरी तरफ से भी इस आसन को दोहराएं ।
वीरभद्रासन के लाभ :
- यह योगासन पैरों, कूल्हों और कमर की मांसपेशियों को मजबूत करता है ।
- यह योगासन सहनशक्ति को बढ़ाता है ।
- यह योगासन शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को टोन करता है ।
- यह योगासन हृदय और फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार करता है ।
- यह योगासन संतुलन और समन्वय को बढ़ाता है ।
- यह योगासन मानसिक शक्ति और धैर्य को बढ़ावा देता है ।
- यह योगासन रक्त प्रवाह को सुधारता है ।
- यह योगासन शरीर की लचीलेपन में सुधार करता है ।
शलभासन (Locust Pose)
शलभासन को लोकोस्ट पोज़ के नाम से भी जाना जाता है । यह पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए एक प्रभावी योग आसन है । यह योग आसन शरीर की पिछली मांसपेशियों को मजबूत और टोन करता है, जिससे बॉडी बिल्डरों को अपनी ताकत बढ़ाने में मदद मिलती है ।
शलभासन कैसे करें :
- सर्वप्रथम योग चटाई पर पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को शरीर के किनारे रखें ।
- अब अपने पैरों को सीधा रखें और पैरों की उंगलियों को बाहर की ओर रखें ।
- अब गहरी सांस लें और एक साथ अपने सिर, छाती और पैरों को ऊपर उठाएं ।
- अब अपने हाथों को सीधा रखें और पूरी ताकत से शरीर को ऊपर उठाएं।
- इस स्थिति में 10-20 सेकंड तक रहें और फिर धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आ जाये ।
शलभासन के लाभ :
- यह योगासन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है ।
- यह योगासन रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाता है ।
- यह योगासन कूल्हों और पैरों की मांसपेशियों को टोन करता है ।
- यह योगासन पीठ के निचले हिस्से के तनाव को कम करता है ।
- यह योगासन पाचन तंत्र को सुधारता है ।
- यह योगासन रक्त परिसंचरण में सुधार करता है ।
- यह योगासन शरीर की समग्र शक्ति में वृद्धि करता है ।
- यह योगासन मानसिक एकाग्रता और ध्यान में सुधार करता है ।
निष्कर्ष
बॉडी बिल्डिंग में योग का महत्वपूर्ण योगदान है । बॉडी बिल्डिंग के लिए ताड़ासन, वीरभद्रासन और शलभासन जैसे योग आसनों को अपने व्यायाम कार्यक्रम में शामिल करना चाहिए । इस योगासन से आप न केवल अपनी मांसपेशियों की फ्लेक्सिबिलिटी और ताकत बढ़ा सकते हैं, बल्कि मानसिक शांति और स्थिरता भी प्राप्त कर सकते हैं । इन योगासन के नियमित अभ्यास और सही तकनीक से आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में अद्वितीय सुधार देखेंगे इसलिए अपनी दिनचर्या में इन योग आसनों को जरूर शामिल करें ।